दिल्ली के आसमान में क्यों छाई है इतनी धूल ?गाड़ियाँ बंद करके क्या धूलप्रदूषण को रोक लेगी सरकार ?

10-12-2015 के बाद धूल प्रदूषण अपने आपसे ही समाप्त हो जाएगा ! रही बात धुएँ से सम्बंधित वो जैसा है वैसा ही रहेगा !
   बंधुओ ! आकाश में धूल बढ़ने का कारण  केवल प्रदूषण ही नहीं होता है बल्कि अपशकुन भी होता है जानिए कैसे ?
 दिल्ली में   गाड़ियों के धुएँ का प्रदूषण तो होता ही है और धूल का भी होता है किंतु खेती किसानी के कामों में तो धूल वैसे भी बहुत सारी उड़ा करती है क्योंकि खेती किसानी का काम ही धुएँ और धूल का होता है विशेषकर गर्मी की ऋतु में जब लू के अंधड़ थपेड़ों का जोर होता है जब कि एक बार मुख खोल दो तो धूल ही धूल चली जाए मुख में !किंतु ऐसे गर्मी के सीजन में धूल से लोग इतना तंग नहीं होते हैं जितना आज कल हो रहे हैं इसका करण क्या है ?जबकि अभी कुछ महीने पहले वर्षा का समय ब्यतीत हुआ है फिर भी इतनी धूल कैसे है अभी गरमी भी तो नहीं आई है फिर भी इतनी  धूल क्यों ?
      बंधुओ !ऐसे प्रदूषण में जितना धुआँ है वो तो प्रदूषण है किंतु जो धूल है वो प्रदूषण नहीं अपितु अपशकुन है जो देश दिल्ली एवं देश के प्रधान शासक के लिए अशुभ है । ये देश के शासक के लिए सुरक्षा का संकट एवं भावी भूकम्पों का संकेत है । 
   सरकार चाहे तो ऐसे शकुनों - अपशकुनों के अध्ययन को भी अपनी नीतियों का बिषय बनावे साथ ही इससे निकट भविष्य में घटने वाली अच्छी बुरी  घटनाओं की जानकारी करने तथा उससे यथा संभव निपटने के लिए जो भी शास्त्रीय सहयोग अपेक्षित हो तो मैं निजी तौर पर वो सब कुछ करने को तैयार हूँ जो हमारे देश और समाज के लिए हितकर हो !


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