फर्जी डिग्री यदि अपराध है तो फर्जी डिग्री वाले ज्योतिषियों पर दया क्यों ?इन पर क्यों नहीं होती है कानूनी कार्यवाही !

  ज्योतिष एजूकेशन के बिना बड़े बड़े दावे करने वाले ज्योतिषकर्मी केवल धोखा दे रहे हैं ज्योतिष प्रेमी समाज को !जो विषय उन्होंने पढ़ा ही नहीं उस विषय में किसी को गाइड कैसे कर सकते हैं और जिन्होंने वास्तव में पढ़ा होगा वो उस सरकारी विश्व विद्यालय से ज्योतिष सम्बन्धी डिग्री प्रमाणपत्र क्यों नहीं लेंगे !
    ज्योतिष वैज्ञानिक  समाज का बहुत बड़ा सहारा बन सकते हैं किंतु फ्रॉड लोग उन लोगों तक समाज को पहुँचने ही नहीं देते !इससे टूट रहे हैं सम्बन्ध बिखर रहे हैं परिवार ,चौपट हो रहा है व्यापार ,बढ़ रहे हैं अपराध और हो रहे हैं बलात्कार !जीवन शास्त्र की जीवन में बहुत बड़ी भूमिका होती है जो जीवन और संबंधों को सँभाले रखती है किंतु पाखंडी लोग इतने आडंबर करते हैं कि ज्योतिष वैज्ञानिकों तक समाज को पहुँचने ही नहीं देते हैं बीच में ही लूट लेते हैं उन्हें !            
    इसलिए ऐसी सभी प्रकार की घुसपैठ ज्योतिष एवं वास्तु आदि में रोकने के लिए अब  भविष्य बताने वाले  फर्जी  लोगों की ज्योतिष शौक पर भी लगाया जाए अंकुश !शुद्धीकरण हो तो सबका हो ! पहले आयुर्वेद में भी डिग्रियों का प्रावधान नहीं था किंतु अब है !उसी प्रकार ज्योतिष के नाम पर आज करोड़ों अरबों का धंधा हो रहा है अयोग्य ज्योतिषी भविष्य का भय दिखाकर लूट रहे हैं लोगों को  फैला रहे हैं अंध विश्वास !इतने बड़े कारोबार को सरकार ने हवा में छोड़ रखा है आखिर क्यों ?
     समाज को ज्योतिष की जरूरत यदि है तो समाज को अंधविश्वास मुक्त छल छद्म रहित ज्योतिष सुविधाएँ उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है जिसके प्रति सरकार गंभीर नहीं दिखाई देती !हमारे यहाँ उन हैरान परेशान लोगों के फोन आते हैं उन महिलाओं के फोन आते हैं जिन्होंने घर से चोरी करके पैसा दे रखा होता है ज्योतिषियों को ,कई ने तो अपनी ज्वैलरी तक बेच दी होती है ऐसे ही चक्करों में ,कई ने अपने पति या पत्नी के बशीकरण आदि के लिए ऐसे पाखंडों का सहारा लिया हुआ होता है जिससे इन पाखंडियों के द्वारा दी गई ऊटपटाँग चीजें अपने पति या पत्नी को खिला रखी होती हैं जिनसे गंभीर बीमारियाँ भुगत रहे होते हैं लोग किंतु आज वो किसी से कहने लायक भी नहीं होते ! कई महिलाओं के मन में उनके पति के चरित्र पर संशय पैदा करके कि उसके किसी और से सम्बन्ध हैं और जब वो किसी से जुड़ सकता है तो तुम क्यों नहीं !ऐसे तर्कों को हवा देकर खुद जुड़ जाते हैं उनसे ज्योतिषी लोग और खा जाते हैं उनकी पहुँच की सारी संपत्ति !
       ऐसी छल छद्म से इकठ्ठा की गई अकूत संपत्ति ये उड़ाते हैं टीवी और अखवारों में दिए जा रहे भारी भरकम विज्ञापनों में !बंधुओ !एक दिन एक टीवी चैनल पर 20 मिनट  बोलने का खर्च हजारों में देना होता है कई लोग तो एक ही दिन में कई कई चैनलों पर वर्षों से करते चले आ रहे हैं बकवास !आखिर क्या हैं इनकी आय के स्रोत !कहाँ से और कैसे आता है ये धन जो टीवी चैनलों को देते हैं ये लोग !ईमानदारी पूर्वक ऐसे धन का संग्रह कर पाना कठिन लगता है और यदि हो भी तो अपनी खून पसीने की कमाई कोई यूँ ही क्यों नष्ट करेगा !वो भी केवल वो दैनिक राशिफल और कालसर्पदोष बताने के लिए जो सौ प्रतिशत झूठ होते हैं जिनका शास्त्रों में कहीं उल्लेख नहीं है वैसे भी जब रोज कोई ग्रह नहीं बदलता तो इनका राशिफल कैसे  बदल जाता है वो भी अलग अलग चैनलों पर एक ही राशि का फल अलग अलग बताया जा रहा होता है कई बार तो एक ही चैनल पर लोग अलग अलग लोग बक रहे होते हैं एक ही राशि का अलग अलग भविष्य !कई तो ऐसे बकते हैं कि कोई शराबी इतनी जल्दी गालियाँ  नहीं दे सकता जैसे वो राशिफल बक देते हैं ।समझ में नहीं आता है कि सरकार ये सब कुछ सह क्यों रही है !
        इसी प्रकार से नग नगीने यंत्र तंत्र ताबीजों के धंधों में भारी फ्रॉड है यंत्र तंत्र ताबीज बनाने की जो विधियाँ  हैं वो इतनी कठिन होती हैं कि वो बनाना हर किसी के बश की बात नहीं है और बाजारों में तो वो उपलब्ध हो ही नहीं सकते !सौ प्रतिशत असंभव !क्योंकि देवी देवता किसी तांत्रिक के गुलाम नहीं होते कि उसके ताबीज में बँधे चले जाएँगे और जो जो काम तांत्रिक बताकर भेजेगा वो देवी देवता लोग करने लगेंगे ! क्या अंधेर है । ये शास्त्र विद्याओं का मजाक नहीं तो क्या है !आगे दिवाली आ रही है यंत्र तंत्र ताबीजों के धंधों में अभी से कमर कस कर तैयार हो रहे हैं लोग !बंधुओ !इसका मतलब ये भी नहीं कि यंत्र तंत्र ताबीजों की विधा गलत है किंतु जिन तपस्वी साधकों के पास ऐसी साधना है उनके बनाए हुए यंत्र तंत्र ताबीजों में अद्भुत शक्ति होती है किंतु वे लोग दुर्लभ हैं !उनकी कृपा को पैसों से नहीं खरीदा  जा सकता !
  समाज का कितना बड़ा नुक्सान कर रहे हैं बिना पढ़े लिखे फर्जी डिग्रीवाले ज्योतिष कर्मी लोग !  आप भी जानिए -
      बंधुओ !जो लोग एक बार ज्योतिष या तंत्र जैसे किसी फ्रॉड का शिकार हो चुके होते हैं वो इतना अधिक टूट जाते हैं कि फिर किसी ज्योतिषवैज्ञानिक के पास जाने का साहस ही नहीं कर पाते हैं भले ही वो कितना भी विद्वान क्यों न हो !जिससे उसके कई बड़े नुक्सान होते तो देखे जाते ही  हैं साथ ही इन शास्त्रीय विद्याओं का लाभ भी उन्हें नहीं मिल पाता है जिन्हें जो मिलना चाहिए !बंधुओ ! भले लोग ज्योतिषियों के पास केवल ऐसे कुछ प्रश्नों के लिए जाते हैं जो उनकी जरूरतों से जुड़े होते हैं जैसे :-उनके बच्चों का विवाह कब होगा ? कैसा होगा? कैसे व्यक्ति के साथ होगा ?क्या कोई उपाय करने होंगे ?विवाह के बाद संबंध अच्छे रहेंगे क्या तलाक तो नहीं होगा आदि ! ऐसी ही आशंकाएँ प्रेमी-प्रेमिकाओं के नाजुक संबंधों में भी होती हैं । 
      बंधुओ !ऐसी परिस्थितियों में ज्योतिष वैज्ञानिक होने के नाते हम अपनी ज्योतिष विद्या से बड़ा सहारा बन पाते हैं हैरान परेशान लोगों का आप स्वयं देखिए कैसे -
         हर किसी के जीवन में विवाह का समय लगभग निश्चित होता है किसी को पति या पत्नी किस स्तर का मिलेगा ये ज्योतिष से निश्चित होता है ,विवाह होने के बाद भी पति या पत्नी का सुख कितना होता है ये भी निश्चित होता है भविष्य में पति या पत्नी का समय कब कितना ख़राब आएगा ! उसे कितनी सहनशीलता के साथ निकालना होगा ! हम उतनी सहनशीलता से निकाल सकेंगे या उसके भी कोई उपाय होते हैं क्या ?आदि बातें खोज कर हमें विवाह के पहले ही रखनी होती हैं उनके सामने भविष्य सम्बन्धी सारी अच्छाइयाँ बुराइयाँ फिर भी यदि उनकी हिम्मत पड़ती है तो ऐसा विवाह कर लिया जाता है अन्यथा लोग दूसरे के बारे में सोचते हैं ! मान लीजिए किसी के भाग्य में पत्नी सुख एक अनुमान के मुताबिक़ साठ  प्रतिशत बदा  हो तो ऐसे लोगों का विवाह उसी स्त्री के साथ ठीक बैठेगा जिस स्त्री के भाग्य में भी वैवाहिक सुख साठ  प्रतिशत के लगभग ही बदा होगा वहाँ तो चल जाएगा किंतु किसी स्त्री की भाग्य में यदि पति सुख सौ प्रतिशत बदा है तो साठ  प्रतिशत वाले  पुरुष का निर्वाह उसके साथ कैसे हो सकेगा ! फिर भी यदि ऐसे विवाह कर ही दिए जाएँ तो ऐसी स्त्रियाँ उस चालीस प्रतिशत के लिए या तो तड़पा करती हैं घुट घुट कर बिताती हैं सारा जीवन और या फिर किसी अन्य पुरुष से बनाती हैं सम्बन्ध ,वहाँ से कोटा पूरा करती हैं !पुरुषों के विषय में भी यही समझना चाहिए !इससे सामाजिक अपयश पारिवारिक कलह ,कई बार तो तलाक तक सहना पड़ता है यह कोटा पूरा करने में !विवाहेतर संबंध इसी ज्योतिषी कुयोग की देन हैं । जिस पुरुष को पत्नी सुख  साठ  प्रतिशत बदा होगा उसके लिए साठ  प्रतिशत वाली स्त्री ही सुखदायिनी हो सकती है । 
     इसलिए विवाह के पहले ही यदि ऐसी बातों के विषय में हमारे यहाँ से पता लग जाता हैं तो लोग उसी प्रकार से मैनेज कर लेते हैं अपनी जिंदगी और सारा जीवन उस महिला का भी खुशहाल निकल जाता है । कई बार ऐसे लोगों के जीवन में पति पत्नी के बीच आपसी तनाव का समय एक दो वर्ष ही होना होता है इसके बाद सामान्य हो जाता है !ऐसे लोगों को हमारे यहाँ से यदि ज्योतिष का सहारा मिल जाता है और पता लग जाता है कि तनाव का समय कितना और कब से कब तक का है , उतना समय वो शान्ति से निकाल लेते हैं फिर ठीक हो जाता है अन्यथा सारी  जिंदगी के तनावों की कल्पना कर बैठते हैं और लड़ जाते हैं एक दूसरे से तलाक तक लेते देखे जाते हैं । 
प्रेम संबंधों के विषय में ज्योतिष -
      इसी प्रकार से प्रेम संबंधों की बात है वस्तुतः इनमें प्रेम वेम नहीं होता है ये तो नाम रख लिया गया है बाकी सारे प्रयास तो केवल बंधन मुक्त सेक्स की दृष्टि से ही हो रहे होते हैं ऐसे सभी प्रेमी नाम के सेक्सालुओं का विवाह योग इतना कमजोर होता है पूर्व जन्म के भाग्य संस्कारों के कारण इनको इस बात का एहसास भी होता है इसलिए ऐसे लोग बचपन से ही जुट जाते हैं अपनी सेक्स आपूर्ति में । माना जाता है कि ऐसे लोग पिछले जन्म में अधूरी सेक्स इच्छाएँ लेकर मर गए होंगे उन्हें इस जन्म में पूरी करने के लिए ये सारे लाज शर्म छोड़े हुए लगे हैं वस्तुतः ये बीमार या स्वार्थी लोग होते हैं । कुछ लोग भारी भरकम दहेज़ के लालच में विवाह तो शिक्षा पूरी करके नौकरी पाने के बाद करना चाहते हैं जबकि समय पास करने के लिए कोई लड़की रख लेते हैं किंतु उससे विवाह करने की उनकी कोई इच्छा नहीं होती है विवाह जहाँ करना होता है वहीँ करते हैं जबकि वो लड़की इस खिलवाड़ को आजीवन सहा करती है ऐसा ही पुरुषों के साथ भी होते देखा जाता है ।
     ऐसे सेक्स लालची (प्रेमी जोड़े ) शर्म लज्जा आदि ताख में रख कर किसी से कहीं भी कुत्ते बिल्लियों की तरह जुड़ जाते हैं भरी भीड़ों में भी एक दूसरे को चूम चाट रहे होते हैं इन्हें कोई शर्म नहीं होती ! रही बात प्यार की तो  सेक्स की चाहत के आगे इनका प्यार व्यार सारा दिखावा होता है ये सारे संबंधों में केवल सेक्स खोजते हैं जहाँ सेक्स नहीं वहां सम्बन्ध नहीं !ऐसे बहसी लोग अपने माता पिता भाई बंधुओं से तो प्रेम करते नहीं हैं इसीलिए  मिनटों में सारे संबंध ताख पर रख देते हैं किंतु सेक्स नहीं छोड़ते हैं !सेक्स के लिए ये आत्महत्या तक करते देखे जाते हैं । बलात्कार जैसे दुर्गुण तो इनके लिए आम बात हैं । एक अखवार में पढ़ा कि "मिलने के लिए प्रेमिका समय पर नहीं पहुँची तो घोड़ी से सेक्स कर बैठा!" बंधुओ ! ऐसे संबंधों को प्रेम कैसे कहा जा सकता है। 
      ऐसे प्रेमी जोड़ों के माता पिता को ज्योतिष के सहयोग से ऐसे बच्चों के विषय में बचपन में ही सतर्क कर दिया जाता है कि इसकी शादी जल्दी कर दें यदि ऐसा हो गया  तो फिर बलात्कार जैसी दुर्घटनाओं की गुंजाइस कम रह जाती है फिर इन्हें प्रेम संबंधों में भी  धोखा नहीं खाना पड़ता है और जीवन का निर्वाह सुख शांति पूर्वक ठीक ठीक हो जाता है !
     ऐसी ही परामर्शों के लिए लोग हमारे यहाँ संपर्क किया करते हैं जिनकी ज्योतिषीय मदद यथा संभव हमारे यहाँ से कर दी जाती है लोग मकान दुकान संतान व्यापार परिवार आदि सभी क्षेत्रों में हमारे यहाँ संपर्क कर रहे हैं उनकी  सुनकर लगता है कि उनकी समस्याएँ उतनी अपनी नहीं होती हैं जितनी पाखंडी झोलाछाप फर्जी डिग्री  वाले ज्योतिष कर्मियों ने बढ़ा रखी होती हैं !  ज्योतिष के द्वारा हमें उसके जीवन पर रिसर्च करना होता है और खोजना होता है कि ये व्यक्ति जीवन के किस क्षेत्र में कितना सफल हो सकता है । उसी के अनुरूप सलाह दे दी जाती है । साथ ही ये भी ध्यान रखना होता है इनका काम भी हो जाए और बहम भी न पड़ने पाए !साथ उपाय भी इतने महँगे और कठिन न हों कि सामने वाला कर ही न सके !कुलमिलाकर सभी प्रकार से समाज के सुख दुखों में मित्र भावना से जुड़कर ज्योतिष वास्तु आदि से सम्बंधित पारदर्शी सेवाएँ देने का प्रयास हमारा संस्थान निरंतर करता रहता है !
       यहाँ तक कि वास्तु जैसे विषयों में भी घरों में इसी प्रकार की बड़ी बड़ी समस्याएँ होते देखी जाती हैं किंतु घर वालों को पता नहीं लग पाता है , जबकि वास्तु स्पेशलिस्ट या वास्तु एक्सपर्ट टाइप के लोग प्रायः ज्योतिष  वास्तु आदि पढ़े लिखे तो होते नहीं हैं ये केवक कुछ नग  नगीने यंत्र तंत्र ताबीज पेंडुलम आदि बेचने के लिए कुछ देर बकवास करना इनकी मजबूरी होती है वहाँ शास्त्रीय वास्तु विद्या की तो कोई संभावना ही नहीं होती है । ऐसे फ्रॉड लोग भोली भाली जनता को वास्तुशास्त्र  के नाम पर अपने ही चक्करों में उलझाए लूटते रहते हैं वास्तुशास्त्र वैज्ञानिकों तक तो फटकने ही नहीं देते हैं । हमारे यहाँ ऐसे लोगों की सुविधा के लिए भी एक अद्भुत व्यवस्था है कि ऐसे लोग अपने घर का वास्तु परीक्षण करवाने के लिए लोग अपने घर की पाँच - दस ग्राम मिट्टी कोरियर से भेज कर हमारे Gmail पर अपना प्रश्न लिख कर भेज देते हैं उसके बाद हमारे यहाँ से एक मैसेज भेजा जाता है इस प्रकार से जरूरतमंद लोगों को सम्बंधित विषयों में उपलब्ध करा दी जाती हैं ज्योतिष सेवाएँ । इस प्रकार से उस मिट्टी से ही पता लगा कर ये बता दिया जाता है कि इस घर में कहाँ कितना क्या दोष है और उसके लिए उपाय क्या क्या करने होंगे । 
           एक और विशेष बात -  
 बंधुओ !आजकल ज्योतिषी लोग बड़े बड़े बहम डालकर कर उपाय करने के नाम पर भारी भरकम धनराशि लूट लेते हैं जिसका लोगों के पास कोई प्रमाण नहीं होता है  इस प्रकार से ज्योतिष धर्म आदि सभी विषयों में बहम मुक्त शंका समाधान के लिए आप अपने सभी प्रकार के प्रश्न हमारे Gmail पर भेज सकते हैं उसके बाद हमारे यहाँ से एक मैसेज भेजा जाता है जिसे फॉलो करने पर आपके प्रश्न का उत्तर आपको शीघ्र ही देने का प्रयास किया जाता है । 


  



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