Disturbed marriage life ,तलाक अर्थात विवाहविच्छेद की संभावना को टालकर भी बचाया जा सकता है परिवार ! जानिए कैसे ?

  जिसके वैवाहिक जीवन में बहुत कलह हो और तलाक होना लगभग निश्चित हो चुका हो ऐसे बिखरते हुए परिवारों को भी ज्योतिष से बचा पाना संभव है  यदि ज्योतिष पर भरोसा हो और ज्योतिषी डिग्री होल्डर क्वाली फाइड हो ?और उपाय वेद मंत्रों के द्वारा किए  जाएँ ! नग नगीनों कवच कुण्डलों के उपाय उतने प्रभावी नहीं होते हैं !  
    विवाह  होने से पहले भी अपने लड़के लड़की की कुंडली हमारे यहाँ से  दिखवा कर आप पता लगा सकते हैं कि तलाक होने का योग तो नहीं है और यदि है तो इसका पता ज्योतिष के द्वारा कितने समय पहले लगाया जा सकता है क्या विवाह  होने से पहले भी लगाया जा सकता है दूसरा यदि किसी के जीवन में विवाह के बाद तलाक संबंधी इस प्रकार  का विवाद बढ़ ही गया हो तो उसे टालने के लिए क्या करना चाहिए ?

   बंधुओ! यदि आपको लगने लगे कि आपके पारिवारिक अर्थात वैवाहिक जीवन में तनाव सीमा से अधिक बढ़ने लगा है तो बिना किसी लापरवाही के सर्व प्रथम अपनी दोनों की जन्मपत्रियों की जाँच हमारे यहाँ से करवानी चाहिए इसके कई कारण हो सकते हैं पहला  तो पति या पत्नी दोनों में से किसी एक की कुंडली में पति या पत्नी का सुख मिलने का ग्रहयोग ही न हो अथवा दोनों की कुंडलियों में ही पति और पत्नी का सुख भाग्य में बदा ही न हो यह ज्यादा कठिन परिस्थिति होती है इसी प्रकार से पति और पत्नी में किसी एक या दोनों का ग्रह योग कुछ महीनों या वर्षों के लिए ऐसा ख़राब हो तो ऐसी परिस्थिति में उतना समय सावधानी पूर्वक पार करना होता है यदि इस बीच कोई विवाद न बढ़ने दिए जाएँ और एक दूसरे का सहयोग किया जाए तो उतने वर्ष या महीने बीतने के बाद फिर जीवन सामान्य हो जाएगा । 

    कई बार उन दोनों का अपना ग्रहयोग ठीक होता है जबकि उनके बच्चों  का समय या ग्रहयोग ही ऐसा ख़राब होता है कि वो कुछ समय तक या आजीवन के लिए अपने माता पिता को एक दूसरे के साथ मिलकर चलने ही नहीं दे रहे होते हैं ऐसे ग्रहों की शांति करने से और सावधानी पूर्वक समय पार करने से विवाह विच्छेद नहीं होने पाता है । 

   इसी प्रकार से तलाक होने का कारण कई बार आपसी स्वभाव नहीं अपितु परिस्थितियाँ होती हैं जिनके कारण तलाक होता है जैसे पुरुष की नपुंसकता और स्त्री का बन्ध्यापन,या दोनों का अन्य बीमारियों से पीड़ित होना या पति या पत्नी के किसी अन्य स्त्री या पुरुष से संबंध होना या काम का अत्यधिक बोझ या धन का अभाव एवं व्यापार में निरंतर असफलता या सामाजिक अपयश या माता पिता आदि पारिवारिक जनों के वैवाहिक जीवन में अनावश्यक हस्तक्षेप के कारण तलाक की परिस्थितियाँ बन  जाती हैं । इसी प्रकार से कई बार वास्तु आदि दोष होने के कारण ग्रह कलह  रहना ही होता है कारण कोई भी बने ऐसी परिस्थिति में भी भ्रमवश लोग एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा लेते हैं और तलाक करने का फैसला कर लेते हैं ऐसी सभी परिस्थितियों में ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र के सहयोग से अच्छी प्रकार से अपनी कुंडली की जाँच करवाकर पहले यह जानने की कोशिश करे कि इस संभावित तलाक का वास्तविक कारण आखिर कौन या क्या है उसके लिए सावधानियाँ कैसे कैसे और क्या क्या और कितने दिनों तक किस प्रकार से बरतनी हैं साथ ही उपाय क्या किसको और कैसे करने हैं इसके लिए ज्योतिषीय काउंसलिंग भी करवाई जा सकती है इस प्रकार से ऐसी सभी वैवाहिक बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए आप हमारे यहाँ निर्धारित शुल्क जमा करके ज्योतिष शास्त्र का सहयोग लेकर आप अपनी विवाह विषयक बाधा दूर कर सकते हैं और आप अपना वैवाहिक जीवन खुशहाल कर सकते हैं ।
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